एक छोटी सी प्रेम कहानी

कोई मेरी मदद करेगा हम से वो रूठ कर चली गयी है उन्हें वापस लाना है । है कोई मेरा अपना जो मेरी मदद करेगा मेरी उन्हें वापस पाने में उनके बिना जीना मुश्किल सा लगता है हम उनके साथ सदियों तक रहे हैं आज वो हमे छोड़ कर चली गयी frown emoticon cry emoticon
बात बहुत पुरानी है पहले मैं काफी असभ्य और बर्बर था फिर जब मैंने उन्हें देखा मुझे उनसे प्यार हो गया लेकिन उन्होंने कहा मेरे लायक सभ्य और शांत बनो मैं खुद बी खुद खिची चली आउंगी । उन्होंने अपना वायदा निभाया मैं सुधरा वो बाकायदा रीती रिवाजो के साथ मेरी बन गयी । और उन्होंने तो यहाँ तक किया की मेरे लिए उन्होंने नाम बदल लिया मेरे हिसाब से नाम रखा की लगे की वो बस मेरी हैं । इस तरह हम ख़ुशी ख़ुशी बहुत दिनों तक जीवन जिया हमारे बच्चे भी है ।
पर कुछ दिन पहले उन्होंने कहा की मैं तुम्हारे साथ इस वातावरण में नही रह सकती तुम कितना भी सुधर गये हो पर तुम्हारे अपने फिर से असभ्य और बर्बर हो गये हैं क्या पता तुम भी कल वैसे ही हो जाओ सारा दोष मुझपर आएगा । मैंने बहुत मनाया की बाकी सबसे क्या मतलब मैं हूँ न आपके साथ उन्होंने कहा नही तुम्हारे अपने तुम्हारी पहचान निर्धारित करते है और मैं उस पहचान में नही जी सकती । मेरी ढेरो मिन्नतो के बाद उन्होंने कहा की मैं हमेशा तुम्हारे दिल में रहूंगी जब बुलाओगे थोड़ी देर के लिए आ जाउंगी । लेकिन जैसे जैसे तुम्हारे परिवार वाले सुधरते जायेंगे मैं तुम्हारे साथ ज्यादा और ज्यादा वक्त बिताना शुरू कर दूँगी । उन्होंने अंत में रोते हुए कहा की अब तो हम बसआपके ही हो चुके हैं हमारा नाम भी कुछ ऐसा हो गया है की हम आपके अलावा किसी के नही हो पायेंगे ।
कल रात वो सपने में भी हमे मिली थी बहुत रोई बोली कब पूरी कर रहे हो हमारी शर्तो को हिमांशु हम आपके पास आना चाहते है । हम कुछ न कह पाए उन्ही के साथ फफक पड़े हम भी आपसे दूर नही रहना चाहते । cry emoticon
कोई तो मेरी मदद करो मैं 'मानव' हूँ मुझे मेरी प्रिया 'मानवता ' से मिला दो कोई तो सुधार दो मेरे परिवार रुपी समाज को मेरे अपनों को जिनके कारण वो हमे छोड़ कर चली गयी । कोई तो मुझपर ये उपकार कर दो नहीं तो मेरे बच्चे सत्य प्रेम आदि कहाँ जायेंगे बिना माता पिता के कैसे रहेंगे ।।
कोई तो मदद कर दो मेरी । मैं नही जीना चाहता उनके बिना ।।
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